➡️Highlights:
मुगल और दिल्ली सल्तनत का इतिहास हटाया
भारतीय राजवंशों जैसे मौर्य, शुंग और सातवाहन पर नए अध्याय जोड़े
महाकुम्भ, ‘मेक इन इंडिया’ और ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ जैसी सरकारी पहलें शामिल
नई पाठ्यपुस्तकें राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) 2023 के अनुसार तैयार
संविधान और पवित्र भूगोल पर भी नए अध्याय
News Article:
नई NCERT किताब में बदलाव, मुगलों का इतिहास हटाया, भारतीय राजवंशों पर जोर
भारत सरकार के राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (NCERT) ने सातवीं कक्षा की सामाजिक विज्ञान की पाठ्यपुस्तक में महत्वपूर्ण बदलाव किए हैं। अब छात्रों को मुगलों और दिल्ली सल्तनत का इतिहास नहीं पढ़ाया जाएगा। इसके बजाय, नई पाठ्यपुस्तक में प्राचीन भारतीय राजवंशों, जैसे मौर्य, शुंग, और सातवाहन, पर अध्याय जोड़े गए हैं, जो भारतीय लोकाचार को प्रमुखता से प्रदर्शित करते हैं।

इसके अलावा, नई किताब में महाकुम्भ, ‘मेक इन इंडिया’, ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ जैसी सरकारी पहलों पर विशेष ध्यान दिया गया है। महाकुम्भ पर आधारित अध्याय में इस साल प्रयागराज में हुए महाकुम्भ मेले का विस्तृत विवरण दिया गया है, जिसमें लगभग 66 करोड़ लोग शामिल हुए थे। हालांकि, पुस्तक में भगदड़ की घटना का उल्लेख नहीं किया गया है, जिसमें 30 तीर्थयात्रियों की मौत हो गई थी।
नई पाठ्यपुस्तकें राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) और स्कूल शिक्षा के लिए राष्ट्रीय पाठ्यचर्या रूपरेखा (NCFSE) 2023 के अनुरूप तैयार की गई हैं। NCERT के अधिकारियों के अनुसार, यह किताब का पहला भाग है, जबकि दूसरा भाग अगले कुछ महीनों में प्रकाशित हो सकता है। यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या मुगलों से संबंधित अध्याय दूसरे भाग में जोड़े जाएंगे या नहीं।
इस किताब में भारतीय संविधान और पवित्र भूगोल जैसे विषयों पर भी विस्तार से जानकारी दी गई है। ‘पवित्र भूगोल’ अध्याय में भारत और अन्य देशों के पवित्र स्थानों का वर्णन किया गया है, जिसमें ज्योतिर्लिंग, चार धाम यात्रा, और शक्ति पीठ जैसी महत्वपूर्ण धार्मिक जगहें शामिल हैं। इसके साथ ही, इस्लाम, हिंदू, बौद्ध, ईसाई, यहूदी, पारसी और सिख धर्मों के पवित्र स्थानों पर भी प्रकाश डाला गया है।
इसके अलावा, किताब में वर्ण-जाति व्यवस्था पर चर्चा करते हुए यह दावा किया गया है कि यह व्यवस्था पहले सामाजिक स्थिरता का कारण बनी, लेकिन ब्रिटिश शासन के दौरान इससे असमानताएं उत्पन्न हुईं।
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